विदेश मंत्री डॉक्टर सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने कहा व्यापार पैटर्न और बाजार पहुंच वैश्विक आर्थिक चर्चा में प्रमुख मुद्दे बन गए हैं। ब्रिक्स नेताओं के शिखर सम्मेलन को वर्चुअल माध्यम से आज संबोधित करते हुए डॉक्टर जयशंकर ने सतत व्यापार का बढ़ावा देने के सहयोगी और रचनात्मक दृष्टिकोण की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने आगाह किया कि बढ़ती बाधाएं और जटिल लेनदेन इसमें सहायक नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय व्यापार प्रणाली खुले, निष्पक्ष, पारदर्शी, गैर-भेदभावपूर्ण और नियम-आधारित दृष्टिकोण के मूलभूत सिद्धांतों पर निर्भर है। इसमें विकासशील देशों के लिए विशेष और भिन्न उपाय शामिल हैं।
श्री जयशंकर ने कहा कि भारत का विश्वास है कि इसका संरक्षण और पोषण किया जाना चाहिए। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि ब्रिक्स देशों को अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को स्थिर करने, ग्लोबल साउथ के देशों में चल रहे संघर्ष के प्रभाव को संबोधित तथा बहुपक्षवाद में सुधार का सक्रिय रूप से समर्थन करने की दिशा में कार्य करना चाहिए।