केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि नशीले पदार्थों के व्यापार, साइबर अपराध, घुसपैठ, आतंकवाद और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के माध्यम से अशांति फैलाने के प्रयास जैसे खतरे देश के सैनिकों के दृढ़-संकल्प के सामने नहीं टिक सकते।
आज नई दिल्ली में पुलिस स्मृति दिवस पर शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए श्री शाह ने कहा कि संसद द्वारा पारित तीन नए आपराधिक कानूनों का कार्यान्वयन सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पहले ही शुरू हो चुका है।
उन्होंने कहा कि एक बार ये कानून पूरी तरह लागू हो जाएंगे तो देश की आपराधिक न्याय प्रणाली दुनिया की सबसे आधुनिक न्याय प्रणाली बन जाएगी।
उन्होंने कहा कि देश के किसी भी कोने में दर्ज किसी भी अपराध में तीन साल के भीतर न्याय मिलेगा। श्री शाह ने इस बात पर भी जोर दिया कि न्याय में देरी पर काबू पाने का रास्ता इन तीन नए कानूनों के कार्यान्वयन में निहित है।
पुलिस कर्मियों के कल्याण के लिए सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं का उल्लेख करते हुए गृहमंत्री ने कहा कि आयुष्मान सीएपीएफ योजना के माध्यम से 41 लाख से अधिक कार्ड वितरित किए गए हैं। लगभग 1422 करोड़ रुपये के 13 लाख दावों का निपटान किया गया है।