केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज कहा कि 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने के सपने को हासिल करने का एकमात्र माध्यम शिक्षा है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सचिवों के साथ उच्च और तकनीकी शिक्षा पर नई दिल्ली में एक राष्ट्रीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए श्री प्रधान ने शिक्षा क्षेत्र के पाँच प्रमुख पहलुओं के सुधार पर बल दिया। इसमें बुनियादी ढांचा, नेतृत्व, पाठ्यक्रम, बहु-विषयक अनुसंधान और जीवंत परिसर जीवन शामिल हैं।
श्री प्रधान ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों से अपने राज्यों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया और प्रत्येक राज्य की विशेष आवश्यकताओं के आधार पर पाठ्यक्रम बनाने का सुझाव दिया।
उन्होंने कहा कि खेल, वाद-विवाद, कविता, नाटक और गेमिंग जैसे विषयों को पहले केवल वैकल्पिक गतिविधियों के रूप में जाना जाता था, लेकिन राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत इन विषयों पर पेशेवर पाठ्यक्रम बन रहे हैं। श्री प्रधान ने मातृभाषा में शिक्षा के महत्व पर भी प्रकाश डाला।