बिहार में दक्षिण-पश्चिम मानसून पूरी तरह सक्रिय है और इसके कारण राज्य के विभिन्न भागों में मूसलाधार वर्षा हो रही है। गंडक, बागमती और कोसी नदियां उफान पर हैं। केन्द्रीय जल आयोग के अनुसार विशेष रूप से गोपालगंज में डुमरिया घाट पर गंडक नदी का जल-स्तर तेजी से बढ़ रहा है। जल संसाधन विभाग ने बढ़ते जल-स्तर को देखते हुए लोगों से सतर्क रहने का आग्रह किया है।
सीतामढ़ी, शिवहर और मुजफ्फरपुर में बागमती और उसकी सहायक नदियों का जल-स्तर भी बढ़ रहा है। सुपौल जिले में कोसी नदी का जल-स्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच रहा है। गंगा नदी के जल-ग्रहण क्षेत्रों में वर्षा के कारण बस्तर से मुंगेर तक उसका जल-स्तर काफी बढ़ गया है।
बिहार के दक्षिणी हिस्से में कई दिनों से लगातार मूसलाधार वर्षा से सोन, पुनपुन और फल्गु नदियों का जल-स्तर बढ रहा है। नदी किनारे रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रसिद्ध ककोलत वॉटर फॉल को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है।
पिछले 24 घंटों में गया, पूर्वी चंपारण, रोहतास और समस्तीपुर सहित कई जिलों में मूसलाधार वर्षा दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक राज्य के विभिन्न भागों में मूसलाधार वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है।