केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने आज बुलंदशहर में सामाजिक अधिकारिता शिविर का शुभारंभ किया। उन्होंने इस अवसर पर देश के 75 आकांक्षी प्रखंडों में आयोजित किये जा रहे शिविरों का भी वर्चुअल उद्घाटन किया। इन शिविरों का उद्देश्य दिव्यांग व्यक्तियों को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना है। योजना के तहत नौ हजार से अधिक पूर्व चिन्हित दिव्यांग लाभार्थियों को ए.डी.आई.पी योजना के तहत विभिन्न श्रेणियों के सहायक उपकरण निःशुल्क उपलब्ध कराये गये।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत सरकार ने छात्रवृत्ति योजना के तहत ढाई लाख से अधिक दिव्यांग छात्रों को करोड़ों रुपये की छात्रवृत्ति दी है, जिसका लाभ राज्य के कई युवाओं को भी मिला है।
उन्होंने बताया कि जो बच्चे जन्म से मूक-बधिर हैं और जिनकी उम्र 5 से 6 वर्ष है। सरकार ने ऐसे बच्चों में श्रवण क्षमता बढाने के लिए कॉकलियर इम्प्लांट योजना लागू की है। योजना के तहत सरकार की ओर से 6 लाख रुपये तक की आर्थिक मदद दी जाती है। केंद्रीय मंत्री ने स्वच्छता पखवाड़ा के मद्देनजर समारोह में मौजूद सभी लोगों को स्वच्छता की शपथ भी दिलाई।