केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने भारत के पहले स्वदेशी रूप से विकसित हाइड्रोजन ईंधन से चलने वाले समुद्री जहाज की सराहना करते हुए इसे सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के संयुक्त प्रयासों से उत्पन्न सफलता बताया है।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज नई दिल्ली में वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद – सीएसआईआर की चल रही पहलों और उपलब्धियों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की।
इस दौरान उन्होंने सीएसआईआर के वैज्ञानिक प्रयासों को आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण के साथ जोड़ने के महत्व पर जोर दिया।
श्री सिंह ने सीएसआईआर-न्यू मिलेनियम इंडियन टेक्नोलॉजी लीडरशिप इनिशिएटिव – एनएमआईटीएलआई की सराहना करते हुए इसे सार्वजनिक-निजी क्षेत्र में सहयोगी नवाचार का एक अनूठा उदाहरण बताया।