अगस्त 18, 2024 11:59 पूर्वाह्न

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डॉक्टरों की हड़ताल के कारण प्रभावित रहीं निजी और सरकारी क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाएं

कोलकाता में आर. जी. कर राजकीय अस्पताल में एक महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के विरोध में भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए)  के आह्वान पर कल देश भर में चिकित्सक चैबीस घंटे की हड़ताल पर रहे। इस दौरान ओपीडी और अन्य सामान्य सेवाएं बंद रहीं। प्रदेश के अलग अलग जिलों में हड़ताल के कारण निजी और सरकारी क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रहीं।

इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रदर्शनकारी डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करने का आश्वासन देते हुए उनसे जनहित में कार्य पर लौटने का आग्रह किया। मंत्रालय ने कहा कि स्वास्थ्य पेशेवरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उपायों का सुझाव देने के लिए एक समिति बनाई जाएगी। राज्य सरकारों सहित सभी हितधारकों को सुझाव साझा करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।

उधर, आईएमए ने आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज मामले पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर डॉक्टरों की सुरक्षा और मामले में शीघ्र न्याय की मांग की है। संघ ने अपने पत्र में यह भी मांग की है कि सभी अस्पतालों की सुरक्षा प्रोटोकॉल हवाई अड्डों की तर्ज पर होना चाहिए। पत्र में पीड़िता के शोक संतप्त परिवार को उचित और सम्मानजनक मुआवजा देने की भी मांग की गई है।

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