आकाशवाणी की महानिदेशक डॉ. प्रज्ञा पालीवाल गौड़ ने आकाशवाणी मैसूर द्वारा नौ दशकों से कन्नड़ भाषा और संस्कृति को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की है। वे आज मैसूर में आकाशवाणी मैसूर की 90वीं वर्षगांठ पर आयोजित नुदी नाडा संगमा कार्यक्रम के उद्घाटन पर बोल रही थीं।
उन्होंने कहा कि आकाशवाणी मैसूर 1935 से कर्नाटक के सांस्कृतिक, सामाजिक और बौद्धिक परिदृश्य को आकार दे रहा है। उन्होंने बताया कि मैसूर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एमवी गोपालस्वामी, ने आकाशवाणी शब्द गढ़ा था।
उन्होंने कहा कि हमें जिम्मेदार पत्रकारिता, सांस्कृतिक संरक्षण और सामुदायिक सेवा के मूल्यों को बनाए रखने के इसके मिशन का समर्थन करना चाहिए।