विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने कहा है कि विकसित भारत की विदेश नीति महत्वाकांक्षी होनी चाहिए, जिसमें दीर्घकालिक और व्यापक योजनाएं शामिल हों। उन्होंने भारत की वैश्विक स्थिति को और मजबूत करने के लिए अधिक से अधिक मित्र देशों का सहयोग लेने की आवश्यकता पर बल दिया है। पुणे में सिम्बायोसिस इंटरनेशनल समविश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में डॉ. जयशंकर ने विद्यार्थियों से, वर्ष 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य प्राप्त करने में राष्ट्र की प्रगति का मुख्य वाहक बनने की अपील की।
विदेश मंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में प्रौद्योगिकी, पूंजी और निवेश जैसे क्षेत्रों में काफी दबाव और तनाव है। उन्होंने कहा कि भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए भारत को अपनी विनिर्माण क्षमताओं, तकनीकी विकास और समग्र क्षमता निर्माण को बढ़ाने पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।
Site Admin | दिसम्बर 20, 2025 5:45 अपराह्न | Developed India's foreign policy
विदेश मंत्री जयशंकर: विकसित भारत की विदेश नीति महत्वाकांक्षी और दीर्घकालिक होनी चाहिए