उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि विकसित भारत तभी संभव है जब भारत का हर नागरिक सशक्त हो। बधिर-अंध वकालत और रोजगार के तीसरे सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही। श्री धनखड ने दिव्यांगों को सशक्त बनाने के क्षेत्र में काम करने वालों की सराहना की।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि दिव्यांगों में अपार क्षमता है, जिसका उपयोग देश के विकास के लिए किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि दिव्यांगों को प्रशिक्षित करने वाले सबसे अधिक सम्मान के पात्र हैं।
उपराष्ट्रपति ने इस बात पर जोर दिया कि प्रधानमंत्री का विजन दिव्यांगों को शासन में शामिल करना और ऐसी नीतियां बनाना है, जो उन्हें अपनी क्षमता का एहसास करा सकें, ताकि वे राष्ट्र निर्माण में सक्रिय रूप से शामिल हो सकें।