दिसम्बर 4, 2025 6:28 अपराह्न | India-Russia ties

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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह: वैश्विक अनिश्चितता के बीच भारत-रूस संबंध और मजबूत

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने  कहा  है कि वैश्विक अनिश्चितता के बावजूद भारत-रूस संबंध लगातार मजबूत होते जा रहे हैं। उन्होंने रूस को भारत का समय-परीक्षित विशेष और रणनीतिक साझेदार बताया। उन्होंने यह बात नई दिल्ली में रूस के रक्षा मंत्री आंद्रेई बेलौसोव के साथ सैन्य और  सैन्य तकनीकी सहयोग पर 22वें भारत-रूस अंतर-सरकारी आयोग की मंत्रिस्तरीय बैठक की सह-अध्यक्षता करते हुए अपने उद्घाटन भाषण में कही। श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वर्ष दो हजार  में भारत-रूस रणनीतिक साझेदारी घोषणापत्र पर हस्ताक्षर के बाद से, दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रक्षा सहयोग में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
 
इस वर्ष जून में चीन में शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच हुई व्यापक बातचीत को याद करते हुए, श्री राजनाथ  सिंह ने कहा कि दोनों नेताओं ने नियमित संवाद बनाए रखा है। उन्‍होंने आगे कहा कि आर्थिक मोर्चे पर, देश पिछले महीने मास्को में आयोजित व्यापार और आर्थिक सहयोग पर भारत-रूस कार्य समूह की 26वीं बैठक के सफल आयोजन का स्वागत करता है। उन्होंने कहा कि भारत, रूस के नेतृत्व वाले यूरेशियन आर्थिक संघ के साथ मुक्त व्यापार समझौते के लिए वार्ता शुरू होने का भी स्वागत करता है।
 
रूसी रक्षा मंत्री आंद्रेई बेलौसोव ने कहा कि भारत-रूस संबंध आपसी सम्मान पर आधारित एक ठोस, समय-सिद्ध मित्रता के साथ और भी गहरे हुए हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देश गहरी परंपराओं से जुड़े हैं। श्री बेलौसोव ने कहा कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों का एक रणनीतिक स्वरूप है और भारत के साथ साझेदारी दक्षिण एशियाई क्षेत्र और वैश्विक सुरक्षा में संतुलन के लिए एक महत्वपूर्ण कारक है।
 
इस अवसर पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, वायु सेना प्रमुख एयर मार्शल अमनप्रीत सिंह और नौसेना प्रमुख वाइस एडमिरल दिनेश त्रिपाठी भी उपस्थित थे।