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नवम्बर 25, 2024 7:22 अपराह्न

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भारत के भावी विकास में सहकारी समितियां एक महत्‍वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैंः प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज कहा कि भारत के भावी विकास में सहकारी समितियां एक महत्‍वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। प्रधानमंत्री ने नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में आई.सी.ए. वैश्विक सहकारी सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि सहकारिता केवल एक मॉडल नहीं, बल्कि भारत की संस्कृति की नींव है। श्री मोदी ने कहा कि भारत में सहकारी समितियां एक विचार से एक आंदोलन में बदल गई, जिसने एक क्रांति का रूप लिया और इस क्रांति से देश का सशक्तिकरण हुआ है।

 

    उन्होंने कहा कि भारत सहकार से समृद्धि के मंत्र का पालन कर रहा है। इस अवसर पर, श्री मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 पर एक स्मारक डाक टिकट लॉन्च किया। इस सम्‍मेलन में भूटान के प्रधानमंत्री, दाशो शेरिंग टोबगे, फिजी के उप प्रधानमंत्री, मनोआ कामिकामिका और गृह मंत्री अमित शाह ने भी सम्मेलन में भाग लिया।

 

    अंतर्राष्ट्रीय सहकारी गठबंधन (आईसीए) के 130 साल के इतिहास में भारत में पहली बार वैश्विक सहकारिता सम्मेलन और महासभा का आयोजन किया जा रहा है। 1895 में स्थापित अंतर्राष्ट्रीय सहकारी गठबंधन, दुनिया भर के 30 लाख सहकारिता उद्यम संस्‍थानों का प्रतिनिधित्व करता है। इस गठबंधन के एक अरब से अधिक सहकारी सदस्य हैं।

 

    भारत मंडपम में आयोजित 6 दिवसीय सम्मेलन में अनेक कार्यक्रम और विचार गोष्ठियां आयोजित की जाएंगी। इस आयोजन में देश-विदेश के तीन हजार से अधिक प्रतिनिधियों के शामिल होने की उम्मीद है। इस वर्ष सम्मेलन का विषय सहकारिता सभी के लिए समृद्धि का निर्माण करती है, रखा गया है।