भारत के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति भूषण रामकृष्ण गवई तथा केन्द्रीय अल्पसंख्यक और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने शैक्षणिक उत्कृष्टता केन्द्र के रूप में उभरने के लिए कश्मीर विश्वविद्यालय की सराहना की है। कश्मीर विश्वविद्यालय के पहले पूर्व छात्र सम्मेलन को संबोधित करते हुए न्यायमूर्ति गवई ने अकादमिक और अनुसंधान उत्कृष्टता के लिए विश्वविदयालय की प्रतिबद्धता की सराहना करते हुए विश्वास व्यक्त किया कि विश्वविद्यालय देश का भविष्य संवारने में अपनी भूमिका निभाता रहेगा।
केन्द्रीय मंत्री किरेन रिजिजु ने नई शिक्षा नीति 2020 को तत्परता से लागू करने में कश्मीर विश्वविद्यालय की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि कश्मीर विश्वविद्यालय देश के चुनिंदा संस्थानों में से एक है जिसने गंभीरता के साथ नई शिक्षा नीति को अपनाया है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय उच्चतर शिक्षा क्षेत्र में समग्र और तकनीकी आधार पर बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जम्मू -कश्मीर को प्रगतिशील और शांतिपूर्ण प्रदेश बनाने में पूर्व छात्रों की भूमिका रेखांकित की। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने राजनीति, कानून, प्रशासन और स्वास्थ्य देखभाल जैसे विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय पेशेवरों को तैयार करने में तत्परता के लिये कश्मीर विश्वविद्यालय की सराहना की। विश्वविद्यालय के उप-कुलपति प्रोफेसर निलोफर खान ने गणमान्य अतिथियों और पूर्व छात्रों के समारोह में शामिल होने पर आभार व्यक्त किया।