आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने 14 और 15 नवंबर को विशाखापत्तनम में होने वाले आगामी सीआईआई साझेदारी शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए वैश्विक औद्योगिक नेताओं को आमंत्रित किया है। संयुक्त अरब अमीरात की तीन दिन की यात्रा के दौरान दुबई में एक रोड शो को संबोधित करते हुए एन. चंद्रबाबू नायडू ने राज्य को प्रचुर अवसरों और उद्योग-अनुकूल नीतियों का प्रमुख निवेश गंतव्य बताया।
उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश सरकार ने निवेश प्रोत्साहित करने के लिए 24 क्षेत्र-विशिष्ट नीतियां आरंभ की हैं। उन्हें आश्वस्त किया कि उद्योग स्थापित करने के लिए सभी आवश्यक मंजूरी 15 दिनों के भीतर प्रदान कर दी जाएंगी। चंद्रबाबू नायडू ने हवाई, जल और सड़क संपर्क बढ़ाकर और अंतर्देशीय जलमार्गों को बहाल कर आंध्र प्रदेश को एक वैश्विक लॉजिस्टिक्स केंद्र के रूप में विकसित करने का दृष्टिकोण रखा। पर्यटन क्षेत्र में दुबई की सफलता से प्रेरणा लेते हुए उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश ने पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया है और इसे बढ़ावा देने के लिए सात प्रमुख केंद्र, 25 विषयगत सर्किट और तीन राष्ट्रीय उद्यान विकसित किेए जा रहे हैं।
चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि विशाखापत्तनम तेजी से भविष्य उपयोगी शहर में परिवर्तित हो रहा है। उन्होंने 15 अरब डॉलर के निवेश से वहां सबसे बड़ा एआई डेटा सेंटर स्थापित करने की गूगल की प्रतिबद्धता का हवाला दिया। भारत के जनसांख्यिकीय लाभ का उल्लेख करते हुए उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि भारत 2047 तक दुनिया की अग्रणी अर्थव्यवस्था बन जाएगा और आंध्र प्रदेश विकास में योगदान देने के लिए रणनीतिक रूप से तैयार है।
चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि राज्य की 1,053 किलोमीटर लंबी तटरेखा पर हर 50 किलोमीटर पर एक बंदरगाह स्थापित करने की योजना है। उन्होंने कृत्रिम बुद्धिमत्ता, हरित हाइड्रोजन, नवीकरणीय ऊर्जा, कृषि-तकनीक और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में अवसरों की चर्चा करते हुए कहा कि आंध्र प्रदेश कई उभरते क्षेत्रों में अग्रणी है। चंद्रबाबू नायडू के साथ शिष्टमंडल में राज्य के कई मंत्री और अधिकारी शामिल हैं।