केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी) मुंबई जोन ने महाराष्ट्र के ठाणे और पालघर जिलों में फर्जी पंजीकरण के खिलाफ दूसरे विशेष अखिल भारतीय अभियान के दौरान दो प्रमुख फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) रैकेट का भंडाफोड़ किया है। ऑपरेशन में एक सौ 40 करोड़ की राशि के फर्जी आईटीसी दावों का खुलासा हुआ, जो कुल सात सौ 60 करोड़ के फर्जी चालान के माध्यम से किए गए थे। सरकारी खजाने से धोखाधड़ी करने के आरोप में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है।
एक अधिकारी ने बताया कि व्यापक खोज अभियानों और जांच के बाद यह पाया गया कि दोनों रैकेट के पीछे के मास्टरमाइंड ने फर्जी चालान तैयार करके धोखाधड़ी से आईटीसी का दावा करने के लिए 92 संदिग्ध फर्में बनाई थीं।
पहले मामले में, ठाणे सीजीएसटी आयुक्तालय ने 22 गैर-वास्तविक फर्मों को पंजीकृत करने वाले एक प्रमुख आरोपी को गिरफ्तार किया। इसको 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। संदिग्ध ने जीएसटी पंजीकरण और बैंक खाते खोलने के लिए दूसरों के आधार और पैन कार्ड सहित केवाईसी दस्तावेजों का दुरुपयोग किया।
दूसरे मामले में, पालघर सीजीएसटी आयुक्तालय ने वस्तुओं या सेवाओं की वास्तविक आपूर्ति के बिना, तीन सौ 20 करोड़ के नकली चालान वाले एक रैकेट का पर्दाफाश किया। इसमें सरगना अशोक हरिलाल ओझा को गिरफ्तार कर लिया गया है और 13 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।