शेयर बाजारों में उछाल के बीच मुख्य न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ ने कहा कि नियामक प्राधिकरण के लिए यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि इस बढ़त के बीच सभी का संतुलन और घबराहट पर नियंत्रण बना रहे।
मुंबई में प्रतिभूति अपीलीय न्यायाधिकरण के नये कार्यालय का उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में श्री चंद्रचूड़ ने आशा जताई कि भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड और प्रतिभूति अपीलीय न्यायाधिकरण सावधानी बरतते हुए सफलता का जश्न मनाएंगे। उन्होंने अर्थव्यवस्था को स्थिर रखने के लिए ऐसी और अधिक न्यायाधिकरण पीठों का न केवल पक्ष लिया, बल्कि लेन-देन की अधिक मात्रा और नए नियमों के कारण उच्च कार्यभार का प्रबंधन करने के लिए भी इन पीठों की वकालत की।
उन्होंने कहा कि निवेशक उस बाजार को महत्व देते हैं, जहां उनका निवेश सुरक्षित होने के साथ उनके पास विवाद समाधान के लिए प्रभावी तंत्र होता है। मुख्य न्यायाधीश ने प्रतिभूति अपीलीय न्यायाधिकरण- एसएटी की रिक्तियों को तत्काल भरने की आवश्यकता की बात कही, जिससे न्यायाधिकरण के कार्य प्रभावी तरीके से पूरी क्षमता के साथ हो सके।
श्री चंद्रचूड़ ने इस अवसर पर प्रतिभूति अपीलीय न्यायाधिकरण की नई वेबसाइट का भी शुभारंभ किया।
श्री चंद्रचूड़ ने देश में मामलों के तीव्र निपटारे के लिए सभी न्यायालयों और न्यायाधिकरणों में मजबूत भौतिक तथा वर्चुअल बुनियादी ढांचा की आवश्यकता का उल्लेख किया। मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि डिजिटल क्षेत्र में हुई प्रगति के कारण न्याय तक पहुंच की अवधारणा की पुनर्कल्पना हो रही है।