केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण-सीसीपीए ने संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा 2022 के परिणामों के संबंध में भ्रामक विज्ञापन प्रकाशित करने के लिए दिल्ली-एनसीआर स्थित एक निजी कोचिंग संस्थान पर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। कोचिंग संस्थान ने अपने विज्ञापन में दावा किया था कि उसके 216 से अधिक उम्मीदवार सिविल सेवा परीक्षा 2022 में चयनित हुए हैं। संस्थान ने विज्ञापन में उम्मीदवारों के नाम और तस्वीरें भी प्रदर्शित की थीं।
सीसीपीए के अनुसार जांच से पता चला कि केवल 75 प्रतिशत उम्मीदवारों ने ही संस्थान में दाखिला लिया था। संस्थान ने उम्मीदवारों द्वारा चुने गए पाठ्यक्रमों और अवधि के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी छिपाई। सीसीपीए ने कहा कि इस निजी कोचिंग संस्थान पर दूसरी बार इस तरह के आचरण के लिए जुर्माना लगाया गया है। संस्थान ने पिछले साल सितंबर में भी यही भ्रामक दावा किया था कि सिविल सेवा परीक्षा 2021 में उसके 150 से अधिक उम्मीदवारों का चयन हुआ है।