मंत्रिमंडल सचिव टी.वी. सोमनाथन ने आज बंगाल की खाड़ी में आने वाले चक्रवात की तैयारियों की समीक्षा के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक के दौरान उन्होंने ओडिशा और पश्चिम बंगाल सरकार को आश्वासन दिया कि सभी केंद्रीय एजेंसियां पूरी तरह चौकस हैं।
उन्होंने आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड राज्यों को भी तेज बारिश के कारण किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने की सलाह दी।
बैठक के दौरान मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने समिति को जानकारी दी कि यह चक्रवात बृहस्पतिवार की सुबह ओडिशा और पश्चिम बंगाल के समुद्र तट को पार करेगा।
ओडिशा और पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिवों ने संबंधित राज्य सरकारों द्वारा चक्रवात से निपटने के लिए किये गये उपायों की जानकारी दी। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है और जो मछुआरे समुद्र में हैं उन्हें तत्काल वापस आने को कहा गया है। नियंत्रण कक्ष भी सक्रिय कर दिए गए हैं और वे स्थिति पर नजर रख रहे हैं।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने पश्चिम बंगाल में 14 और ओडिशा में 11 टीमों को तैनाती के लिए तैयार रखा है। जहाजों और विमानों के साथ थल सेना, नौसेना और तटरक्षक बल की बचाव और राहत टीमों को तैयार रखा गया है। पारादीप और हल्दिया बंदरगाहों को नियमित अलर्ट और सलाह भेजी जा रही है।
बैठक के दौरान मंत्रिमंडल सचिव ने इस बात पर जोर दिया कि हमारी यह कोशिश होनी चाहिए कि चक्रवात से किसी की जान न जाये और सम्पत्ति को कम से कम नुकसान पहुंचे।