केन्द्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन और खुशहाली दोनों ही सहकारिता के माध्यम से संभव हैं। नई दिल्ली में सहकारिता मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति की पहली बैठक में श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशभर के किसानों और ग्रामीण क्षेत्रों के कल्याण के लिए सहकारिता मंत्रालय की स्थापना की और “सहकार से समृद्धि” का मंत्र दिया।
उन्होंने बताया कि मंत्रालय ने त्रिभुवन सहकारी विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए विधेयक पेश किया है और इसे जल्द ही संसद द्वारा पारित कर दिया जाएगा। यह विश्वविद्यालय सहकारी क्षेत्रों के पेशेवरों को तकनीकी शिक्षा, लेखा, प्रशासनिक ज्ञान और प्रशिक्षण उपलब्ध करायेगा।
श्री शाह ने कहा कि सरकार सभी राज्यों में समान और संतुलित विकास सुनिश्चित करने के लिए विशेष उपाय कर रही है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सहकारी डेटाबेस विकसित करने का काम लगभग पूरा हो चुका है, इससे देशभर की सहकारी समितियों की जानकारी एक क्लिक पर उपलब्ध है।
उन्होंने कहा कि प्राथमिक कृषि ऋण समितियों के कम्प्यूटरीकरण के लिए भी कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में देश की हर पंचायत में ये ऋण समितियां होंगी जिनके माध्यम से जल्द ही एयरलाइन टिकट भी बेचे जा सकेंगे।