राज्यसभा में आज संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा पर विशेष चर्चा शुरू हुई। बीजू जनता दल की सुलता देव ने सरकार पर संविधान को कमजोर करने का आरोप लगाया और मणिपुर की मौजूदा स्थिति का मुद्दा उठाया। कांग्रेस के मुकुल वासनिक ने कहा कि यह गर्व की बात है कि आज का भारत विविधता के बावजूद संविधान के कारण एकजुट है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि यह नरेंद्र मोदी सरकार है जिसने डॉ. बीआर अंबेडकर की विचारधारा का सम्मान किया है, न कि कांग्रेस ने। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने अनुच्छेद-370 को निरस्त किया और अब संविधान जम्मू-कश्मीर सहित पूरे देश में लागू है। उन्होंने पिछली कांग्रेस सरकार पर राज्य सरकारों को अस्थिर करने के लिए अनुच्छेद 356 का दुरुपयोग करने का भी आरोप लगाया।
भाजपा के घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि भारतीय संविधान निर्माताओं ने देश की जनता को नागरिक का दर्जा दिया है।
शिवसेना सांसद मिलिंद देवड़ा ने मोदी सरकार के संविधान को मजबूत करने वाले कई कदमों का उल्लेख किया। द्रमुक के एन आर इलांगो, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन, सुभाष चंद्र बोस पिल्ली, वाईएसआरसीपी के निरंजन रेड्डी और अंहिशेख मनु सिंघवी सहित अन्य सदस्यों ने भी चर्चा में भाग लिया।