ऑस्ट्रेलिया ने अपने यहां अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों का प्रवेश सीमित करने की घोषणा की है। वहां के शिक्षा मंत्रालय ने कहा है कि वर्ष 2025 में केवल दो लाख 70 हजार विदेशी विद्यार्थियों को दाखिले की अनुमति होगी। यह सीमा उच्च शैक्षणिक पाठ्यक्रमों और व्यावसायिक शिक्षा तथा प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों पर लागू होगी। ऑस्ट्रेलिया सरकार के इस फैसले का असर उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए विदेश जाने वाले भारतीय विद्यार्थियों पर पड़ेगा। विशेष रूप से पंजाब से बड़ी संख्या में विद्यार्थी उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाते हैं।