सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने आज भारतीय सेना की जारी महत्वपूर्ण पहलों और वर्ष 2047 तक विकसित भारत के उद्देश्य को प्राप्त करने में इसके योगदान पर एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
रक्षा मंत्रालय ने बयान में कहा कि जरूरी दक्षता और परिचालन तत्परता सुनिश्चित करने के लिए सेना मुख्यालय, कमान मुख्यालय और अन्य प्रमुख संरचनाओं के पुनर्गठन पर चर्चा हुई।
भारतीय सेना का ध्यान सभी लड़ाकू हथियारों, लड़ाकू सहायक हथियारों और लॉजिस्टिक इकाइयों के आधुनिकीकरण पर होगा। भविष्य में युद्ध की चुनौतियों का सामना करने के लिए सेना, नौसेना और वायु सेना के बीच संयुक्त अभियान और एकीकरण बढ़ाने पर भी चर्चा हुई। भारतीय सेना स्वदेशीकरण पर ध्यान देगी, घरेलू रक्षा उद्योग का समर्थन करेगी और एक प्रमुख रक्षा निर्यातक के रूप में देश की स्थिति को बेहतर बनाएगी।