विनियोग विधेयक 2025, विनियोग विधेयक-संख्या-2 2025, मणिपुर विनियोग विधेयक 2025 और मणिपुर विनियोग लेखानुदान विधेयक 2025 को आज राज्यसभा में चर्चा और पारित करने के लिए पेश किया गया।
चर्चा शुरु करते हुए कांग्रेस के शक्तिसिंह गोहिल ने कहा कि मणिपुर को समर्थन सुनिश्चित करने के लिए सभी राजनीतिक मतभेद को अलग रखा जाये। उन्होंने कहा कि राज्य में 60 हजार लोग विस्थापित हुए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पूर्वोत्तर राज्य में पुनर्वास और पुनर्वास के लिए अधिक धन आवंटित किया जाना चाहिए। भाजपा के डॉ. अजीत माधवराव गोपचड़े ने कहा कि मणिपुर प्रदूषण मुक्त राज्य है और वहां पाई जाने वाली औषधीय जड़ी-बूटियां अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दे सकती हैं।
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार मणिपुर में पाए जाने वाले हस्तशिल्प और स्थानीय उत्पादों को दुनिया के बाकी हिस्सों में ले जाना चाहती है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के विकास रंजन भट्टाचार्य ने दावा किया कि मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू करना लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है।
उन्होंने कहा कि मणिपुर में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए भाईचारे की संस्कृति को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। तृणमूल कांग्रेस की सुष्मिता देव ने आरोप लगाया कि डबल इंजन वाली सरकार होने के बावजूद मणिपुर को नुकसान उठाना पड़ा।
आम आदमी पार्टी के संजय सिंह ने कहा कि मणिपुर में हजारों लोग विस्थापित हो गए हैं। उन्होंने बजट में अधिक धनराशि आवंटित नहीं करने के लिए केंद्र की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि केंद्र को राज्य के लोगों को अधिक सहायता देनी चाहिए।
बीजू जनता दल के सुलता देव ने कहा कि मणिपुर एक महत्वपूर्ण और संवेदनशील राज्य है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मणिपुर रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह म्यांमार जैसे देश से जुड़ा हुआ है।
राष्ट्रीय जनता दल के मनोज कुमार झा ने कहा कि राज्य के विकास के लिए मणिपुर में शांति आवश्यक है।
कांग्रेस के जीसी चंद्रशेखर, भाजपा के अरुण सिंह, एआईएडीएमके के एम थंबीदुरई ने भी चर्चा में भाग लिया। बाद में सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन कल चर्चा का जवाब देंगी।