संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने महिलाओं, शांति और सुरक्षा एजेंडे में हो रही प्रगति की कमी पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की वार्षिक बहस में कहा कि हम समावेशन की बात करते हैं, लेकिन महिलाएं अब भी अक्सर वार्ता से अनुपस्थित रहती हैं।
एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि पिछले वर्ष 67.6 करोड महिलाएं ऐसे स्थानों में रहीं जो संघर्ष स्थलों से 50 किलोमीटर के दायरे में थे। यह आंकडा कई दशकों में सबसे अधिक है। उन्होंने कहा कि यौन हिंसा के मामलों में वृद्धि हुई है जिसमें लडकियों के खिलाफ घटनाओं में 65 प्रतिशत की बढोतरी दर्ज की गई है। कुछ क्षेत्रों में लगभग आधी पीडित महिलाएं, नाबालिग लडकियां थीं। संकट ग्रस्त क्षेत्रों में मातृ मृत्यु दर बढ रही है और लडकियों को विद्यालयों से बाहर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महिलाएं जो राजनीति, पत्रकारिता और मानव अधिकार रक्षा जैसे सार्वजनिक जीवन से जुडी हैं उन्हें हिंसा और उत्पीडन का निशाना बनाया जा रहा है। महासचिव ने बताया कि कुछ महीने पहले यूएन विमेन द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण में संकटग्रस्त क्षेत्रों में काम कर रहे 90 प्रतिशत स्थानीय महिला संगठनों ने वित्तीय संकट की शिकायत की और वे छह महीने के भीतर बंद हो गए।
उन्होंनें कहा कि महिलाओं शांति सुरक्षा और सुरक्षा एजेंडा को बदलाव की जरूरत है।