विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने कहा है कि दुनिया में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और घटती एकजुटता के बीच, भारत को रणनीति बना कर आगे बढ़ना होगा। कल नई दिल्ली में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन केंद्र में अरावली शिखर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में उन्होंने कहा कि किसी राष्ट्र की छवि उसकी वैचारिक शक्ति से आंकी जाती है। डॉ. जयशंकर ने कहा कि भारत का उत्थान असाधारण रूप से अशांत दौर में ही होता रहा है।
यह सम्मेलन अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन केंद्र के 70 वर्ष पूरा होने पर आयोजित समारोह के रूप में हो रहा है। परमाणु नीति, क्षेत्रवाद और शासन पर बहस को दिशा देने में इस केंद्र की भूमिका रही है।