खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा है कि भारत की हर गली खेल का मैदान बननी चाहिए और हर मंच पर भारत का झंडा लहराना चाहिए। नई दिल्ली में आज एक निजी मीडिया संस्थान द्वारा आयोजित खेल शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्री मांडविया ने कहा कि खेलों को एक ऐसा जन आंदोलन बनाने की आवश्यकता है, जो प्रत्येक नागरिक के साथ जुड़े। उन्होंने संडे ऑन साइकिल जैसी पहल को जमीनी स्तर पर जुड़ाव का प्रतीक बताया और हर घर में खेल संस्कृति को अपनाने का आह्वान किया। अपने संबोधन में खेल मंत्री ने भारत को दुनिया के शीर्ष पाँच खेल राष्ट्रों में से एक बनाने की बात कही।
श्री मांडविया ने राष्ट्रीय खेल प्रशासन अधिनियम, 2025 को एक ऐतिहासिक कानून बताया जो विवाद निवारण के लिए तंत्र के साथ खिलाडि़यों के लिए शासन सुनिश्चित करेगा। साथ ही खेल में महिलाओं के लिए प्रतिनिधित्व अनिवार्य करेगा।