केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि विकसित कृषि संकल्प अभियान जमीनी स्तर पर किसानों की समस्याओं और चुनौतियों को समझने में मदद करेगा। इस अभियान के समापन के अवसर पर गुजरात के बारडोली में किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्री चौहान ने भारत के कृषि पुनर्जागरण के लिए केंद्र सरकार के महत्वाकांक्षी रोडमैप को रेखांकित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परिकल्पना के बारे में बताते हुए श्री चौहान ने व्यापक विकसित भारत पहल के अंतर्गत विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत जमीनी स्तर की खेती के तरीकों के साथ वैज्ञानिक अनुसंधान के एकीकरण पर जोर दिया।
श्री चौहान ने कृषि को बदलने के लिए केंद्र सरकार की छह-स्तंभ रणनीति पर चर्चा करते हुए उन्होंने भारत को न केवल आत्मनिर्भर बल्कि वैश्विक फूड बास्केट बनने के केंद्र के संकल्प को दोहराया।
उन्होंने कृषि में गुजरात के नेतृत्व की सराहना की विशेष रूप से प्राकृतिक खेती की। अरंडी, मूंगफली और जीरा में रिकॉर्ड उत्पादन जैसे उदाहरणों का हवाला देते हुए, श्री चौहान ने कहा कि गुजरात दूसरों के लिए एक मानक स्थापित कर रहा है। इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि विकसित कृषि संकल्प अभियान से राज्य के 4 लाख से अधिक किसानों को लाभ हुआ है। उन्होंने विकसित भारत के दृष्टिकोण को प्राप्त करने में कृषि की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। कार्यक्रम के दौरान, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पोरबंदर में बागवानी फसलों, पेटलाद में केले और सब्जियों और कच्छ में किसानों के लिए एक प्राथमिक प्रसंस्करण केंद्र और 14 फसल भंडारण गोदामों सहित कई उत्कृष्टता केंद्रों का वर्चुअल उद्घाटन किया। बारडोली में गन्ना उत्कृष्टता केंद्र के निर्माण की भी आधारशिला रखी गई।