भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और बिग डेटा एनालिटिक्स जैसी उन्नत और उभरती तकनीक वित्तीय संस्थानों में बदलाव लाने की क्षमता रखती हैं। मुंबई में रिजर्व बैंक के कॉलेज ऑफ सुपरवाइजर्स की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में श्री दास ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग भविष्य के परिणामों के अनुमान लगाने वाले विश्लेषण को और सुदृढ कर सकते हैं। इससे बैंक और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां संभावित खतरों और रुझानों की अधिक सटीकता से पहचान कर पाएंगे।
रिजर्व बैंक के गवर्नर ने आश्वासन दिया कि रिजर्व बैंक आवश्यकता के अनुरूप विनियामक ढांचे को और मजबूत करेगा, ताकि वित्तीय प्रणाली में स्थिरता आ सके।