76वें गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान देश की विविधता और सांस्कृतिक समावेशिता को प्रस्तुत करने के लिए विभिन्न राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्रीय मंत्रालयों की कुल 26 झांकियाँ तैयार की गई हैं। ये झांकियाँ ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ विषय पर आधारित हैं। परेड में 16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ-साथ 10 मंत्रालयों और विभागों की झांकियाँ शामिल होंगी, जिनमें से प्रत्येक का अनूठा विषय होगा। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि ये झांकियाँ भारत की विविध शक्तियों को प्रदर्शित करेंगी। इस वर्ष की परेड की एक अनूठी विशेषता यह है कि तीनों सेनाओं की एक झांकी ‘सशक्त और सुरक्षित भारत’ थीम के साथ गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेगी।
आकाशवाणी समाचार से विशेष बातचीत करते हुए इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ के एयर कमोडोर मनीष सभरवाल ने कहा कि यह झांकी सशस्त्र बलों में एकीकरण के वैचारिक दृष्टिकोण को प्रदर्शित करेगी, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा और परिचालन उत्कृष्टता सुनिश्चित होगी।
इस बीच, मौसम विभाग भी अपनी पहली गणतंत्र झांकी पेश करेगा। आकाशवाणी समाचार को दिए गए एक विशेष साक्षात्कार में पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव डॉ. एम. रविचंद्रन ने कहा कि मौसम विभाग के लिए यह गर्व का क्षण है कि वह लोगों को पिछले 150 वर्षों का अपना समृद्ध इतिहास और विरासत दिखा रहा है।
अन्य झांकियों के अलावा, संस्कृति मंत्रालय की झांकी भारत की सांस्कृतिक विविधता और रचनात्मकता का जश्न मनाती है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विरासत भी, विकास भी’ के मंत्र से प्रेरित है।