75 दिनों तक चलने वाले विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा पर्व का कल समापन होगा। दशहरा पर्व में शामिल होने शक्तिपीठ दन्तेवाड़ा से आई मावली माता की डोली और मां दन्तेश्वरी के छत्र की कल पूजा अर्चना के बाद दन्तेवाड़ा के लिए विदाई दी जाएगी।
कल दोपहर दन्तेश्वरी मंदिर में पूजा अर्चना के बाद मावली माता की डोली और मां दन्तेश्वरी के छत्र को मंदिर के बाहर सिंहड्योढ़ी में रखा जाएगा। आरती के बाद डोली और छत्र को जिया डेरा तक ले जाया जाएगा और फूलो से सुसज्जित वाहन में डोली और छत्र को रखकर दन्तेवाड़ा के लिए रवाना किया जाएगा।
गौरतलब है कि पचहत्तर दिवसीय विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरे की शुरूआत श्रावण मास की अमावस्या तिथि को पाट जात्रा विधान के साथ हुई थी।