56वां भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव गोवा में शानदार पुरस्कार समारोह के साथ सम्पन्न हो गया। इसमें दुनिया भर की बेहतरीन फिल्मों को सम्मानित किया गया, जो इस वर्ष की फिल्मों के उत्सव का यादगार फिनाले था। बेस्ट फीचर फिल्म के लिए प्रतिष्ठित गोल्डन पीकॉक अवॉर्ड वियतनामी फिल्म स्किन ऑफ यूथ को दिया गया, जिसे एशले मेफेयर ने डायरेक्ट किया था।
सिल्वर पीकॉक कैटेगरी में, संतोष दवाखर ने मराठी फिल्म गोंधल के लिए बेस्ट डायरेक्टर का अवॉर्ड जीता। उबेइमार रियोस को स्पेनिश फिल्म ए पोएट के लिए बेस्ट मेल एक्टर मिला, जबकि जारा सोफिया ओस्तान को स्लोवेनियाई फिल्म लिटिल ट्रबल गर्ल्स में उनके परफॉर्मेंस के लिए बेस्ट फीमेल एक्टर का अवॉर्ड मिला।
ईरानी फिल्ममेकर हेसम फरहमंद और एस्टोनियाई डायरेक्टर टोनीस पिल एक डायरेक्टर की बेस्ट डेब्यू फीचर फिल्म के संयुक्त विजेता बने। करण सिंह त्यागी ने केसरी चैप्टर 2 के लिए इंडियन फीचर फिल्म के बेस्ट डेब्यू डायरेक्टर का अवॉर्ड जीता। बेस्ट वेब सीरीज-ओटीटी का अवॉर्ड बंदिश बैंडिट्स सीजन 2 को मिला।
शांति और इंटरकल्चरल बातचीत को बढ़ावा देने के लिए नॉर्वे की फिल्म सेफ हाउस को ICFT-UNESCO गांधी मेडल दिया गया। इस वर्ष एक खास बात यह रही कि महान अभिनेता रजनीकांत को भारतीय सिनेमा में 50 वर्ष पूरे करने पर सम्मानित किया गया। उन्होंने शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि “यह सम्मान पूरी फिल्म इंडस्ट्री का है। भले ही मुझे सौ जन्म लेने पड़ें, मैं रजनीकांत के रूप में पैदा होना चाहता हूं, क्योंकि मुझे सिनेमा और अभिनय से प्यार है।”
फेस्टिवल के खत्म होने के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने समारोह को संबोधित किया, उन्होंने कहा कि इस बार इफ्फी पिछले कई दिनों में वैश्विक सहयोग में रचनात्मक लोगों, आर्टिस्ट्री और ब्रिलियंस के शानदार एकजुटता का कॉसंगम था, और गोवा ने आइडिया और कल्चर के असाधारण संगम को देखा है। फिल्ममेकर शेखर कपूर ने कहा कि इफ्फी ने कहानी कहने में नवाचार और परंपरा दोनों का उत्सव मनाते हुए, ग्लोबल क्रिएटिव हब के रूप में भारत की स्थिति को मजबूत करना जारी रखा है।