नई दिल्ली के भारत मंडपम में कल से 44वां भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला शुरू होगा। इस वर्ष मेले की थीम – एक भारत श्रेष्ठ भारत है। इस बार मेले में बिहार, महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तर-प्रदेश भागीदार राज्य हैं। वहीं, मेले का विशेष राज्य झारखंड है। हमारे संवाददाता ने बताया है कि इस मेले में देश के सभी राज्यों सहित 60 से अधिक मंत्रालय शामिल होंगे।
14 दिवसीय इस मेले में संयुक्त अरब अमीरात, चीन, ईरान, दक्षिण कोरिया और मिस्र सहित 12 देश हिस्सा ले रहे हैं। यह व्यापार मेला घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को एक प्रमुख मंच प्रदान करता है। जिसमें व्यापार-से-व्यवसाय और व्यवसाय-से-उपभोक्ता जुड़ाव को बढ़ावा दिया जाता है। आकाशवाणी समाचार से विशेष बातचीत में भारतीय संवर्धन व्यापार संगठन-आईटीपीओ के कार्यकारी निदेशक प्रेमजीत लाल ने बताया है कि लगभग 30 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश के साथ ही 60 से अधिक मंत्रालय, इस मेले में शामिल हो रहे हैं। इसके अलावा, लगभग साढ़े तीन हजार प्रदर्शकों के इस बार मेले में भाग लेने की उम्मीद है।
मेले में आगंतुकों की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था की गयी है। किसी भी चिकित्सा आपात स्थिति से निपटने के लिए मेला परिसर में प्राथमिक चिकित्सा बूथ स्थापित किये गए हैं और तत्काल सहायता के लिए एम्बुलेंस भी तैनात की गयी हैं। मेले के शुरुआती पांच दिन व्यापार श्रेणी के लिए आरक्षित रखे गए हैं। वहीं, आम जनता के लिए यह मेला 19 तारीख से खुलेगा। मेले में टिकट की दर पिछले वर्ष की तरह व्यावसायिक दिनों के दौरान पांच सौ रुपये निर्धारित की गई है। सामान्य दिनों में टिकट की दर वयस्कों के लिए 80 रुपये और बच्चों के लिए 40 रुपये तय की गयी है।
वहीं छुट्टी वाले दिन, वयस्कों के लिए टिकट की दर 150 रुपये और बच्चों के लिए 60 रुपये है। इसके अलावा वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगजनों के लिए मेले में प्रवेश निःशुल्क है। आगंतुक आईटीपी को आधिकारिक वेबसाइट के साथ ही दिल्ली मेट्रो के चुनिंदा 55 मेट्रो स्टेशनों और दिल्ली मेट्रो के ‘सारथी’ ऐप के माध्यम से टिकट खरीद सकते हैं। मेला सुबह 10 बजे से शाम साढ़े सात बजे तक खुला रहेगा, हालांकि आंगतुक शाम साढ़े पांच बजे तक ही प्रवेश कर सकते हैं।