जम्मू-कश्मीर के दक्षिण कश्मीर हिमालय-क्षेत्र में श्री अमरनाथ जी की वार्षिक यात्रा 29 जून को शुरु होकर 19 अगस्त को संपन्न होगी। श्री अमरनाथ मंदिर बोर्ड ने घोषणा की है कि 52 दिनों की यात्रा के लिए आज से पंजीकरण प्रक्रिया शुरु होगी। वार्षिक यात्रा दो मार्गों से की जा सकती है। ये दो मार्ग हैं- अनंतनाग जिले में पारंपरिक 48 किलोमीटर नूनवान-पहलगाम मार्ग और गंदरबल जिले में 14 किलोमीटर कम दूरी का बालताल मार्ग।
अमरनाथ यात्रा हिंदू तीर्थयात्रियों के लिए वार्षिक अवसर है। यह यात्रा अनंतनाग जिले में वर्षभर ग्लेशियर तथा बर्फीले पहाड़ों से ढकी रहती है। अमरनाथ यात्रा तीर्थयात्रियों के लिए अत्यंत कठिन और चुनौतीपूर्ण है। इस तीर्थ यात्रा को भगवान शिव का स्थल माना जाता है। प्रतिवर्ष हजारों तीर्थयात्री इस तीर्थ यात्रा के दौरान दिव्य भगवान शिव का आशीर्वाद लेने के लिए जाते हैं।
श्री अमरनाथ मंदिर के लिए वार्षिक तीर्थयात्रा श्रावण महीने में की जाती है और यह निश्चित तिथियों को पहलगाम और बालताल से शुरु की जाती है।
दो हजार चौबीस की श्री अमरनाथ जी यात्रा के लिए श्रद्धालु पंजीकरण करा सकते हैं। पंजीकरण कराने के लिए 2024 की अमरनाथ यात्रा के लिए आधिकारिक वेबसाइट से चिकित्सा से संबंधित फार्म ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं।