दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने आज बताया कि अगले चार साल में शहर के स्कूलों में 21 हजार स्मार्ट क्लासरूम तैयार किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि स्कूलों में एआई आधारित लैंग्वेज लैब्स और फेशियल रिकग्निशन से अटेंडेंस सिस्टम भी लागू किया जाएगा। इसके अतिरिक्त पेपर चेकिंग जैसे जटिल और महत्वपूर्ण कार्यो में एआई का उपयोग किया जाएगा। श्री सूद ने यह जानकारी एक निजी स्कूल में अपने संबोधन में दी।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पहले सरकारी स्कूलों से ही आईएएस अधिकारी, डॉक्टर और इंजीनियर निकलते थे और अब दिल्ली सरकार फिर से सरकारी स्कूलों को निजी स्कूलों के बराबर सुविधाएं दे रही है। उन्होंने कहा कि इसके लिए निजी स्कूलों के अनुभव और सुझाव भी लिए जाएंगे, ताकि मिलकर दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया जा सके।
वहीं, देश के विकास में छात्रों की भूमिका पर श्री सूद ने कहा कि छात्रों को सोचना होगा कि स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद वे देश और राजधानी को क्या लौटाएंगे। शिक्षा मंत्री ने कहा कि नई पीढ़ी को जलवायु परिवर्तन, एआई का नैतिक उपयोग, सेमीकंडक्टर की भूराजनीति और पानी तथा ऊर्जा की कमी जैसी विकट चुनौतियों से निपटने के लिए भारतीय मूल्यों और आधुनिकता का संगम बनकर आगे आना होगा।