विदेश मंत्रालय में सीबीपी और प्रवासी भारतीय मामलों के सचिव अरुण कुमार चटर्जी ने आज नई दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी और कतर के एमईए के बीच वार्ता की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल सानी के बीच द्विपक्षीय वार्ता में दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक व्यापार संबंधों, लोगों के बीच प्रगाढ़ संबंधों और मजबूत द्विपक्षीय संबंधों का स्मरण किया।
उन्होंने कहा कि भारत और कतर ने सम्बंधों को महत्वपूर्ण साझेदारी तक बढ़ाने के लिए आज एक समझौते पर हस्ताक्षर किये। श्री चटर्जी ने कहा कि दोनों नेताओं के बीच व्यापार, निवेश और ऊर्जा के क्षेत्रों पर प्रमुख रूप से चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारत और कतर के बीच करीब 14 अरब डॉलर का वार्षिक व्यापार होता है।
श्री चटर्जी ने कहा कि दोनों पक्ष अगले पांच साल में इसे दोगुना करने पर सहमत हुए हैं। उन्होंने कहा कि भारत में निवेश के लिए कतर भी एक महत्वपूर्ण भागीदार है।
श्री चटर्जी ने कहा कि कतर के अमीर की राजकीय यात्रा के दौरान दो समझौतों और पांच समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किये गये हैं। उन्होंने कहा कि पहला समझौता द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी की स्थापना पर है। संशोधित दोहरे कराधान बचाव समझौते पर भी हस्ताक्षर किए गए।
श्री चटर्जी ने कहा कि दोनों पक्षों ने आर्थिक साझेदारी, अभिलेखागार और दस्तावेज़ीकरण के क्षेत्र में सहयोग और युवा कार्यक्रम तथा खेल के क्षेत्र में भी समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
श्री चटर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री का हवाईअड्डे पर कतर के अमीर का स्वागत न केवल दोनों देशों के बीच संबंधों की मजबूती को दर्शाता है बल्कि दोनों नेताओं के बीच एक-दूसरे के प्रति उच्च व्यक्तिगत सम्मान को भी प्रदर्शित करता है।