प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आज ब्राजील के रियो डी जेनेरियो पहुंच गये हैं। एक सोशल मीडिया पोस्ट में श्री मोदी ने कहा कि वे कई प्रमुख क्षेत्रों में भारत और ब्राजील के बीच कार्यनीतिक साझेदारी का विस्तार करने के लिए राष्ट्रपति लुईज़ इनाशियो लुला डी सिल्वा के साथ वार्ता को लेकर उत्सुक हैं।
ब्राजील में भारतीय मूल के लोगों और वहां काम कर रहे भारतीयों ने प्रधानमंत्री का भव्य स्वागत किया। प्रधानमंत्री आज शाम ब्रिक्स की कार्यसूची पर चर्चा करेंगे और द्विपक्षीय बैठकों में भाग लेंगे।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर मिलेई के साथ कल सार्थक बैठक की। दोनों नेताओं के बीच बैठक के बाद शिष्टमंडल स्तर की वार्ता हुई। दोनों देश वाणिज्य और व्यापार, प्रौद्योगिकी और औषधी क्षेत्र सहित प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने तथा कार्यनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने पर सहमत हुए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत–मर्कोसुर वरीयता व्यापार समझौते का विस्तार करने में अर्जेंटीना का समर्थन मांगा। किफायती और गुणवत्तापूर्ण दवाओं के मामले में अपने महत्व को रेखांकित करते हुए भारत ने भारतीय दवा कंपनियों के लिए प्रवेश संबंधी नियमों को सरल बनाने का अनुरोध किया। अर्जेंटीना ने इस बात की पुष्टि कि की वह अमरीकी एफडीए और यूरोपीय ईएमए अनुमोदन वाली दवाओं के आयात की अनुमति देगा।
वार्ता में ऊर्जा और महत्वपूर्ण खनिजों के क्षेत्र में सहयोग पर मुख्य रूप से चर्चा हुई। शैल गैस, तेल और लिथियम के विशाल भंडारों के साथ अर्जेंटीना को भारत की बढती स्वच्छ ऊर्जा और औद्योगिक आवश्यकताओं के लिए भरोसेमंद भागीदार माना जाता है। अंतरिक्ष क्षेत्र, ड्रोन के विविध उपयोगों और खेल प्रबंधन पर भी दोनों देशों के बीच चर्चा हुई। अर्जेंटीना के राष्ट्रपति मिलेई ने भारत के यूपीआई में गहरी रूचि दिखाई।
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति मिलेई को भारत आने का भी निमंत्रण दिया। ब्यूनर्स आयर्स से रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महात्मा गांधी और गुरूदेव रबिन्द्र नाथ टैगोर की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित की।