गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में आयोजित 17वीं कृषि विज्ञान कांग्रेस प्रदर्शनी में केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान द्वारा विकसित कुफरी चिप्सोना-5, कुफरी भास्कर और कुफरी जमुनिया प्रजातियां आकर्षण का मुख्य केंद्र रहीं। संस्थान के वैज्ञानिक डॉ. आर.के. सिंह ने बताया कि संस्थान द्वारा विकसित तीनों प्रजातियों को प्रधानमंत्री ने किसानों को समर्पित किया।
केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान, क्षेत्रीय केंद्र, मोदीपुरम के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. सतीश कुमार लूथरा ने बताया कि अभी तक संस्थान ने 76 प्रजातियां विकसित की हैं, जिनमें अधिक उपज देने वाली, अधिक तापमान सहने वाली और मानव स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद प्रजातियां हैं। उन्होंने बताया कि कुफरी जामुनिया प्रजाति एक बैंगनी-मांस वाला आलू है, जो एंथोसायनिन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है।