प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि होम स्टे बनाने वालों को मुद्रा लोन दिया जा रहा है, जिससे स्थानीय लोगों की आय में वृद्धि हो रही है। उन्होंने युवाओं और देशवासियों से अपील की, कि जब देश के अन्य हिस्सों में कोहरा रहता है, तब उत्तराखंड की पहाड़ियों में चटक धूप खिली रहती है, जिसे ‘‘घाम तापो पर्यटन‘‘ के रूप में विकसित किया जा सकता है।
उत्तराखंड को फिल्म इंडस्ट्री के लिए पसंदीदा गंतव्य बनाने की बात करते हुए प्रधानमंत्री ने पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोगों को उन देशों का अध्ययन करने की सलाह दी, जिन्होंने इस क्षेत्र में विशेष कार्य किए हैं। साथ ही, उन्होंने साधु-संतों से आग्रह किया कि वे अपने शिष्यों के लिए विंटर योग शिविर उत्तराखंड में आयोजित करें। श्री मोदी ने स्कूलों को भी विंटर टूरिज्म के लिए छात्रों को उत्तराखंड लाने की पहल करने पर जोर दिया।
प्रधानमंत्री ने डेस्टिनेशन वेडिंग को बढ़ावा देने की अपील करते हुए कहा कि उत्तराखंड शादी के लिए एक बेहतरीन जगह बन सकता है।
इससे पहले, प्रधानमंत्री ने मुखबा गांव में मां गंगा की विशेष पूजा-अर्चना की, जहां स्थानीय लोगों ने पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ उनका भव्य स्वागत किया। इसके बाद उन्होंने हर्षिल व्यू प्वाइंट से हिमालयी वादियों का नजारा देखा और ट्रैकिंग व बाइक रैली को झंडी दिखाई। उन्होंने हर्षिल को शांति और सुकून की तलाश करने वालों के लिए आदर्श पर्यटन स्थल बताया।
हर्षिल में अपने संबोधन के बाद प्रधानमंत्री देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे, जहां से वे दिल्ली के लिए रवाना हुए।