मोबाइल ऐप्प
डाउनलोड करें

android apple
Listen to live radio

सितम्बर 13, 2023 4:53 अपराह्न | Himachal Pradesh | Shimla

printer

10 चयनित स्थलों में आपदा न्यूनीकरण कार्यों के लिए 100 करोड़ की धनराशि व्यय होगी–विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया

विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि उपमंडल चुवाड़ी के तहत भूस्खलन प्रभावित कालीघार एवं नरगड़ा घार सहित विभिन्न 10 चयनित स्थलों में आपदा न्यूनीकरण कार्यों के लिए 100 करोड़ की धनराशि व्यय होगी। वे आज काहरी से कोठी- कुट संपर्क सड़क मार्ग के विस्तार के तहत काहरी- गुन्ना नाला तक के प्रथम चरण के कार्यों के भूमि पूजन अवसर पर काहरी मेंआयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे। कुलदीप सिंह पठानिया ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि 87 लाख रुपए की राशि से निर्मित होने वाली काहरी- गुन्ना नाला संपर्क सड़क मार्ग के निर्माण कार्यों को 2 माह के भीतर पूर्ण किया कर लिया जाएगा।

उन्होंने यह भी कहा कि इस संपर्क सड़क मार्ग को विस्तार देकर चंबा -चुवाड़ी मुख्य सड़क मार्ग के साथ कुट में जोड़ा जाएगा। इसके लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर ली गई है। इस संपर्क सड़क के बन जाने से क्षेत्र की 3000  से अधिक आबादी को लाभ मिलेगा। साथ में उन्होंने यह भी कहा कि विगत वर्षो के दौरान विधानसभा क्षेत्र भटियात में लोक निर्माण विभाग की विभिन्न सड़क परियोजनाओं में हुई अनियमिताओं की जांच होगी तथा दोषी पाए जाने वाले लोगों के खिलाफ कार्यवाही होगी। कुलदीप सिंह पठानिया ने इस क्षेत्र में जारी विभिन्न विकास कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि चुवाड़ी- जोत संपर्क सड़क मार्ग के उन्नयन कार्यों पर 20 करोड़ रूपयों की राशि व्यय की जा रही है। इसके साथ होबार- खड़ेडा संपर्क सड़क मार्ग के निर्माण पर 3 करोड़ रुपए और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला अवांह के 3 अतिरिक्त कमरों के निर्माण पर 45 लाख रुपए व्यय किये जा रहे हैं ।उन्होंने स्थानीय ग्राम पंचायत की मांग पर रखेड़ गाँव को सड़क सुविधा उपलब्ध करवाने तथा काहरी उच्च पाठशाला को वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में स्तरोन्नत करने का आश्वासन भी दिया। साथ में उन्होंने यह भी कहा कि क्षेत्र में सर्वांगीण विकास के लिए यह अनिवार्य है कि ग्रामीण क्षेत्रों के विकास को विशेष प्राथमिकता दी जाए। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क नेटवर्क को विस्तार देना, विद्युत आपूर्ति, पेयजल तथा सिंचाई योजनाओं के बेहतर कार्यान्वन के साथ शिक्षा तथा स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार एवं सुदृढ़ीकरण पर पर बल दिया जा रहा है। उन्होंने इस दौरान जन समस्याओं को भी सुना और अधिकांश का मौके पर ही समाधान किया ।