राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग-एनएचआरसी ने हैदराबाद में शिकायतों के त्वरित निवारण और सार्वजनिक प्राधिकारियों की जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए दो दिवसीय खुली सुनवाई शुरू की है। आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार मामलों में जाति-आधारित भेदभाव, सामाजिक बहिष्कार, हिरासत और पुलिस अत्याचार तथा जीवन, सम्मान, स्वतंत्रता और आजीविका के अधिकार के उल्लंघन से संबंधित मामले शामिल हैं। आयोग की दो खंडपीठों ने कल सुनवाई की और आज भी जारी रहेगी।
एनएचआरसी अध्यक्ष न्यायमूर्ति वी. रामसुब्रमण्यन ने खंडपीठ-1 का नेतृत्व किया जबकि न्यायमूर्ति बिद्युत रंजन सारंगी और न्यायमूर्ति विजया भारती सयानी की अन्य खंडपीठ ने भी सुनवाई की। इसके अलावा सार्वजनिक महत्व के चुनिंदा मामलों की सुनवाई के लिए एक पूर्ण पीठ का गठन किया गया जिसमें ज्यादातर आयोग द्वारा स्वतः संज्ञान लिए गए मामले शामिल हैं।