देवभूमि संघर्ष समिति ने प्रदर्शन कर रहें लोगों पर प्रशासन की कारवाई को बताया गलत ,बोले सरकार ने धारा 163 लगाकर लोगों की भावनाओं को भड़काने का किया काम।
संजौली में अवैध मस्जिद मामले को लेकर बीते दिन हुए धरने प्रदर्शन में भीड़ को उकसाने का काम प्रदेश सरकार ने किया है। यह बात शिमला में देव भूमि संघर्ष समिति ने पत्रकार वार्ता के दौरान कही।
देवभूमि संघर्ष समिति के जिलाध्यक्ष केशव चौहान ने कहा हैं कि लोगों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन करके अपना रोष व्यक्त करना था लेकिन सरकार ने धारा 163 लगाकर लोगों की भावनाओं को भड़काने का काम किया जिससे हालत बिगड़े। मस्जिद निर्माण मामले में उन्होंने तत्कालीन जेई को जिम्मेदार ठहराते हुए गिरफ्तारी की मांग की।
संघर्ष समिति ने कहा कि उनका प्रदर्शन किसी समुदाय विशेष के खिलाफ नहीं था बल्कि अवैध निर्माण और अवैध तरीके से बैठ रहें वेंडर्स के खिलाफ था। समिति राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर कारवाई की मांग करेंगे।मस्जिद कमेटी संजौली ने नगर निगम कमिश्नर के सामने मस्जिद के अवैध हिस्से को खुद गिराने की बात मानी है ये स्वागत योग्य है हालांकि संजौली में मस्जिद का मामला सिर्फ अवैध ढांचे तक सीमित नहीं है ।
उनका कहना है कि क्षेत्र में बाहरी राज्यों से भारी संख्या में आए ऐसे लोगों जो न सिर्फ अपनी पहचान छुपा कर रह रहे हैं बल्कि आए दिन असामाजिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। यह अवैध मस्जिद ऐसे लोगों के लिए पनाहगार सिद्ध हो रही है। ऐसे में स्थानीय लोगों में रोष फूटा है और लोग चाहते हैं कि इस अवैध मस्जिद पर जल्द एक्शन लिया जाए। प्रदेश के विभिन्न स्थानों से अब इस प्रकार अवैध निर्माण और गतिविधियों को लेकर लोग अपनी आवाज उठाने लगे हैं। ऐसे में सरकार को जल्द प्रभावी कदम उठाने चाहिए।