हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा सहयोग बढ़ाने के उद्देश्य से ब्रिटेन के दो नौसैनिक जहाज दक्षिण कोरिया पहुँचे हैं। फ्रिगेट एचएमएस रिचमंड कल दक्षिणी शहर बुसान के एक बंदरगाह पहुँचा जबकि रसद सहायता जहाज आरएफए टाइडस्प्रिंग सोमवार को बुसान पहुँचा था।
ऑपरेशन हाईमास्ट नामक यह दौरा रॉयल नेवी की हिंद-प्रशांत क्षेत्र में आठ महीने की तैनाती का हिस्सा है जिसका उद्देश्य समुद्री सुरक्षा को बढ़ावा देना और रक्षा संबंधों को मज़बूत करना है।
चालक दल अपने दो सप्ताह के प्रवास के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक और राजनयिक गतिविधियों में भाग लेंगे। सियोल में ब्रिटिश दूतावास ने कहा कि यह यात्रा दक्षिण कोरिया के साथ रक्षा सहयोग को मजबूत करने और सैन्य अंतर-संचालन क्षमता को बढ़ाने की ब्रिटेन की प्रतिबद्धता का हिस्सा है।
इसके अलावा रॉयल नेवी का सबसे नया विमानवाहक पोत एचएमएस प्रिंस ऑफ वेल्स अगले महीने दक्षिण कोरियाई जलक्षेत्र में हवाई क्षमता का प्रदर्शन करेगा।
इस बीच सोमवार को दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चो ह्यून ने अपने ब्रिटिश समकक्ष डेविड लैमी से फ़ोन पर बात की और अपनी रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने और अन्य सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा की। दोनों मंत्रियों ने कोरियाई प्रायद्वीप की सुरक्षा और यूक्रेन की स्थिति पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया और द्विपक्षीय संबंधों को और मज़बूत करने पर चर्चा के लिए जल्द ही मिलने पर सहमति जताई।