हाथरस के फुलरई गांव में सत्संग में भगदड़ के दौरान मरने वालों की संख्या बढ़कर 121 हो गई है। इसमें उत्तर प्रदेशके साथ हरियाणा, राजस्थान और मध्य प्रदेश के भी लोग शामिल हैं। प्रदेश के हाथरस, बदायूं, कासगंज, अलीगढ़, एटा, हमीरपुर, आगरा, शाहजहांपुर, गौतमबुद्धनगर और लखीमपुर खीरी समेत 16 जिलों के श्रद्धालुओं की मौत हुई है। मृतकों में छह लोग अन्य राज्यों के हैं। हादसे में घायल हुए 31 लोगों का इलाज चल रहा है और लगभग सभी खतरे से बाहर हैं। हाथरस, एटा, अलीगढ़ और आगरा में घायलों का इलाज चल रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज हाथरस पहुंच कर घटनास्थल का दौरा किया और घायलों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने मंत्रियों और मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह के साथ समीक्षा बैठक भी की। मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा है कि हाथरस में हुई भगदड़ की घटना की न्यायिक जांच कराई जाएगी। सेवानिवृत्त उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की अध्यक्षता में कमेटी गठित की जाएगी, प्रशासन और पुलिस के सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारी भी इसका हिस्सा होंगे।
उन्होंने कहा- हादसे के कारणों की प्रारंभिक व्यवस्था देखी जा सके इसको देखने के लिए वहाँ पर मैं स्वयं गया था और हमारे तीन मंत्री यहाँ पर कल से ही कैम्प कर रहे थे। मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक भी। यहाँ पर कल से ही कैम्प कर रहे हैं इस पूरी घटना के लिए जिम्मेदारों की जवाबदेही तय करने की भी दिशा में आगे कारवाई की जा रही है जिसमें कुछ विशेष दल बनाए गए हैं जिनमें अलग अलग जनपदों में उनकी कारवाई अब प्रारंभ होगी और प्रारंभिक जाँच के बाद आगे की कारवाई को हम लोग आगे बढ़ाने का कार्य करेंगे और जुड़िसियल इनक्वारी के बारे में आज ही इसके नोटिफिकेशन शासन के द्वारा भी जारी हो जाएगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि एडीजी आगरा के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया है। इसने एक प्रारंभिक रिपोर्ट प्रस्तुत की है। उन्हें इस मामले की गहराई से जांच करने के लिए कहा गया है। इसमें कई ऐसे पहलू हैं जिनकी जांच की जानी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने आर्थिक सहायता की घोषणा की है। इस घटना के शिकार हुए नाबालिग बच्चे, जो स्कूली छात्र हैं, उन्हें उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत उनकी शिक्षा में मदद की जाएगी।
उन्होंने कहा- केंद्र और राज्य सरकार ने आर्थिक सहायता की भी घोषणा की है जो निर्दाेष लोग इस पूरे हादसे के शिकार हुए है उनके जो नाबालिग बच्चे है जो स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे हैं उनको हम उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत उन बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था हम लोग राज्य सरकार से करवाएँगे। उन्हें जिस भी स्कूल में पढ़ रहे होंगे जिन भी संस्थाओं में पढ़ रहे होंगे या उनके समय से कापी की व्यवस्था के लिए भी राज्य सरकार ने तय किया है और प्रत्येक मृतक के परिवारजन को भी केंद्र और राज्य सरकार मिलकर के चार लाख रुपए की सहायता और गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को एक लाख रुपए की सहायता दे रही है।
उपमुख्यमंत्री बृजेष पाठक ने भी हाथरस जिला अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल जाना है। हाथरस में कल हुई भगदड़ के बाद फोरेंसिक विशेषज्ञों ने डॉग स्क्वायड के साथ घटनास्थल पर साक्ष्य एकत्र किए। उत्तर प्रदेश सरकार के अनुसार, सत्संग के दौरान जान गवाने वाले अधिकांश लोगों की पहचान कर ली गई है। जिला मजिस्ट्रेट आशीष कुमार ने कहा कि सत्संग एक निजी समारोह था, जिसके लिए एसडीएम ने अनुमति दी थी। स्थानीय प्रशासन ने आयोजन स्थल के बाहर सुरक्षा प्रदान की, जबकि अंदर की व्यवस्था आयोजकों द्वारा की गई थी।