हरियाणा में तीन निर्दलीय विधायकों ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार से अपना समर्थन वापस लेकर विपक्षी कांग्रेस पार्टी को अपना समर्थन दे दिया है। तीनों निर्दलीय विधायकों, पूंडरी से रणधीर गोलन, नीलोखेड़ी से धर्मपाल गोंदर और दादरी से सोमबीर सिंह सांगवान, ने अपने निर्णय को लेकर हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को पत्र भेज दिया है। उनका कहना है कि उन्होंने किसानों के हित में समर्थन वापस लिया है। रणधीर गोलन ने कहा कि समर्थन वापस लेने की मुख्य वजह हरियाणा में भाजपा के कार्यकाल में बेरोजगारी और महंगाई में वृद्धि होना है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि कुछ विधायकों की अपनी महत्वाकांक्षाएं थीं जो पूरी नहीं हो सकीं। उन्होंने कहा कि लोग उनकी महत्वाकांक्षाओं से अवगत हैं। हरियाणा के मुख्यमंत्री के मीडिया सचिव प्रवीण अत्रे ने कहा कि निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने से सरकार प्रभावित नहीं होगी, क्योंकि 90 सदस्यीय विधानसभा में सरकार को अभी भी 47 विधायकों का समर्थन हासिल है।