प्रदेश के आयुष एवं आयुष शिक्षा विभाग ने हरिद्वार जिले के तीन गांवों को जड़ी-बूटी ग्राम घोषित किया है। जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. स्वास्तिक सुरेश ने ये जानकारी दी। इस योजना के तहत बिहारीनगर को अश्वगंधा गांव, जगजीतपुर को तुलसी गांव और भोगपुर को गिलोय गांव बनाया गया है। इन गांवों को आयुष्मान आरोग्य मंदिरों से मदद मिलेगी। जिला आयुर्वेद नोडल अधिकारी डॉ. अवनीश उपाध्याय ने बताया कि अश्वगंधा और अन्य जड़ी-बूटियों की मांग तेजी से बढ़ रही है। किसान इसकी खेती कर धान, गेहूं और मक्का की खेती से 50 फीसदी तक अधिक मुनाफा कमा सकते हैं।