हरिद्वार जिले के मुख्य शिक्षा अधिकारी के.के गुप्ता ने धनपुरा गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय और राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में औचक निरीक्षण किया। इस दौरान दोनों स्कूलों में एक भी बच्चा नहीं मिला। साथ ही दोनों विद्यालय के प्रधानाध्यापक भी नहीं मिले।
दूसरी ओर गांव रावली महदूद के राजकीय प्राथमिक विद्यालय नंबर-02 का भी जब उन्होंने औचक निरीक्षण किया, तो उसमें 200 बच्चों की हाजिरी फर्जी पाई गई, जबकि यह बच्चे अनुपस्थित थे। मुख्य शिक्षा अधिकारी ने तीनों मामलों में उप शिक्षा अधिकारी को जांच के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रकरण पाए जाना गंभीर मामला है। उन्होंने अधीनस्थ अधिकारियों को स्कूलों का निरीक्षण किये जाने के निर्देश दिए हैं।