स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज दवाओं और टीकों के क्षेत्र में देश के वैश्विक नेतृत्व पर प्रकाश डाला। नई दिल्ली में आयोजित भारतीय औषधि उत्पादकों के संगठन -ओपीपीआई, के 60वें वार्षिक शिखर सम्मेलन में एक वीडियो संदेश में श्री नड्डा ने कहा कि देश को दुनिया की फार्मेसी से दुनिया की प्रयोगशाला बनना होगा। उन्होंने देश के फार्मा क्षेत्र में छह दशकों के योगदान के लिए ओपीपीआई की सराहना की।
पिछले एक दशक में भारत की उल्लेखनीय प्रगति पर प्रकाश डालते हुए, श्री नड्डा ने दो सौ से अधिक देशों को दवाओं की आपूर्ति करने, अमरीका और ब्रिटेन की जेनेरिक दवाओं की मांग के एक बड़े हिस्से को पूरा करने और वैश्विक टीकाकरण आवश्यकताओं के साठ प्रतिशत को पूरा करने में देश की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने आयुष्मान भारत जैसी ऐतिहासिक पहलों पर भी प्रकाश डाला, जो साठ करोड़ से अधिक लोगों को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करती है और जनऔषधि केंद्रों ने आवश्यक दवाओं की लागत में उल्लेखनीय कमी की है। कार्यक्रम के दौरान नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी. के. पॉल ने नवाचार, साझेदारी और वैज्ञानिक उत्कृष्टता के माध्यम से भारत के स्वास्थ्य सेवा परिवर्तन को आगे बढ़ाने में ओपीपीआई और इसकी सदस्य कंपनियों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।