लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा है कि स्वदेशी सोच आत्मनिर्भर भारत का सार है और प्रत्येक नागरिक को इसे अपने दैनिक जीवन का अभिन्न अंग बनाना चाहिए। श्री बिरला ने कहा कि उपवास, योग, ध्यान और स्वदेशी सिद्धांत ऐसे शक्तिशाली अभ्यास हैं जो जीवन में संयम, संतुलन और आंतरिक शक्ति प्रदान करते हैं। श्री बिरला ने आज नई दिल्ली में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय जनमंगल सम्मेलन में यह बात कही। यह कार्यक्रम अंतर्मना धार्मिक ट्रस्ट और पतंजलि योगपीठ द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था। इसमें आध्यात्मिक गुरु, विद्वान और योगचार्य एक मंच पर आए। श्री बिरला ने हर महीने एक दिन उपवास रखने का संकल्प लेते हुए इस बात पर बल दिया कि उपवास केवल धार्मिक कार्य नहीं है, बल्कि दृढ़ इच्छाशक्ति और आत्म-अनुशासन विकसित करने का साधन है।
Site Admin | दिसम्बर 12, 2025 9:46 अपराह्न
स्वदेशी सोच आत्मनिर्भर भारत का सार: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला