प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी परियोजना ‘स्वच्छ भारत अभियान’ के अंतर्गत देश में वर्ष 2011 से 2020 के दौरान हर वर्ष लगभग 60 हजार से 70 हजार बच्चों को अकाल मृत्यु से बचाया जा सका है। प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय विज्ञान पत्रिका ‘नेचर’ में यह जानकारी दी गई है।
अंतरराष्ट्रीय खाद्य नीति अनुसंधान संस्थान, कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय और ओहायो विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने स्वच्छ भारत अभियान और भारत में शिशु तथा पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर के बीच संबंध को लेकर एक अध्ययन किया था। शोधकर्ताओं ने वर्ष 2011 और 2020 के बीच 35 राज्यों और 640 जिलों की शिशु मृत्यु दर तथा पांच साल से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर के आंकड़ों का अध्ययन किया था। अध्ययन में कहा गया है, भारत में स्वच्छ भारत अभियान की अवधि के बाद और इससे पहले के वर्षों की तुलना में शिशु और बाल मृत्यु दर में तेजी से कमी देखी गई है।
‘नेचर’ पत्रिका की इस रिपोर्ट को साझा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वह स्वच्छ भारत अभियान जैसे प्रयासों के प्रभाव को उजागर करने वाले शोध को देखकर खुश हैं। श्री मोदी ने कहा कि लोगों की शौचालय तक पहुंच शिशु और बाल मृत्यु दर को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
शहरों को खुले में शौच से मुक्त बनाने के लिए वर्ष 2014 में स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया गया था।