इस्राइल सोमालिया के अलग हुए क्षेत्र सोमालीलैंड को एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में औपचारिक रूप से मान्यता देने वाला पहला देश बन गया है। इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि उनका देश कृषि, स्वास्थ्य और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ाना चाहता है। सोमालीलैंड के राष्ट्रपति अब्दिरहमान मोहम्मद अब्दुल्लाही ने इस घटनाक्रम को ऐतिहासिक बताया है।
इस्राइल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने कहा कि दोनों देश पूर्ण राजनयिक सम्बंध स्थापित करने पर सहमत हुए हैं। इसमें राजदूतों की नियुक्ति और दूतावासों का उद्घाटन शामिल होगा। इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए सोमालिया के प्रधानमंत्री हमजा अब्दी बर्रे ने इस मान्यता को इस्राइल का सोमालिया की संप्रभुता पर जानबूझकर किया गया हमला बताया है।
उन्होंने कहा कि सोमालिया इसे स्पष्ट और निर्भीक रूप से खारिज करता है। इस बीच मिस्र के विदेश मंत्रियों ने इस्राइल की घोषणा सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने के लिए सोमालिया, तुर्की और जिबूती के अपने समकक्षों से अलग-अलग फोन पर बात की। विदेश मंत्रियों ने इस निर्णय की कड़ी निंदा की और इस्राइल की घोषणा को खारिज कर दिया।
मिस्र के विदेश मंत्रालय के एक बयान में चारों देशों ने सोमालिया की एकता, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के प्रति अपना समर्थन दोहराया और एकतरफा कदमों के खिलाफ चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि ऐसे कदम स्थिरता को कमजोर कर सकते हैं। उन्होंने यह भी तर्क दिया कि संप्रभु राज्यों के कुछ हिस्सों की स्वतंत्रता को मान्यता देना अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के तहत खतरनाक मिसाल कायम करेगा।